सुधा मिश्र ।
कोरोना महामारी सँ बचलेल चैत ११ गते सँ देशभरि लकडाउन केल गेल। अहि कोरोना महामारीसँ बचके लेल अखन तकि नहि कुनो दबाइ नहि कुनो सुइ खोपक पत्ता लागल छै।कोरोना महामारी अदृश्य शत्रु सँ प्रतयक्ष युद्ध छै। इ देश सँ देशके लडाइँ नहि भक वायरस सँ मानवताके लडाइँ छै। ताय अहि युद्धमे विजय प्राप्तके  लेल मानव भित्तर विराज ईश्वरके बाहर होबाक जरुरी छै। तबे इ राक्षसरुपी वायरस के परास्त कायलजाय सकैय।
लम्बा लकडाउनके  कारण यातायात मजदुर, दैनिक ज्यालादार आ विद्यार्थी सभके जीवन
कष्टकर आ पीडादायी भगेल छै। कोनाक भोर साँझ कि खायब से समस्या छै? जे लगके छल से कहुना अपन घर पहुँचल। मुदा दुरबासी पहाडके विद्यार्थी सँग मधेसके सेहो जनकपुर सँ दुर रहबालाके भुखले रहल अा घर भाडा तिरलेल पैसा नई रहल सुनी भावुक मोनक प्रकाश मिश्र अपने  खर्चमे राहत आ खाना वितरण करलगलैन ।विद्यार्थीसभके घरभाडाके सेहो व्यवस्था कयलनि।
समाजिक अभियन्ता तथा रामानन्द युवा कल्बके पुर्व अध्यक्ष मिश्र समाजिक संजालमे अपन कन्टेक्ट नंबर  9854021999‘   हमरा स कोनो प्रकार के किनको सहयोग चाहि त हम २४ घणटा तत्पर छि ९८५४०२१९९९ ‘ कहिक देने छथि । अहि विषम परिस्थितिमे किनको सहयोग चाहिँ त सम्पर्क केयला पर सहयोगके हाथ बढबै छथिन। समाजके सुखदुःख अपन सुखदुःख बुझबाला बाबाको ढाबा होटेल लकडाउनमे बन्द होबाक  वजह सँ अपन बहुतो रास समय दीनदुखीके सेवामे खाना आ राहत लक घरघर पहुँचमे व्यतीत करहल छथि। अहि पहुँचाबके क्रममे पतौरामे मांस छै मांस धीयापूताके मुहसँ अावाज सुनी हुनकर मोन पिघैल गेलाक कारण अगिला सनिदिन सभके मांस भात भोजनके व्यवस्था केलैथ। भ‍ोजन रान्हब, परसब आ खायबाला ठाम सबितर  स्वास्थ्य सुरक्षा कायल गेल छै।  मास्क, पञ्जा आ मेडिकल  टोपी  लगाक भोजन पर‍ोसल जाति छै। भोजन सँ पहिने साबुन पानीसँ रगैर रगैरक हाथ धुवाक सेनिटाइजर हाथमे लगबेलाके बाद भोजन करायल जाति छै।
राहत बाटब,भोजन करायब,भोजन पहुँचायब अा हुनकर सभक समस्या सुनी समाधान  करब हुनकर अखनके दिनचर्या छन्हि। ५ किलो चाउर, १ किलो दालि,३ किलो अल्लु,१ किलो प्याज आ नुनके१ प्याकेटके राहत  करिव  हजार सँ उपर विपन्न, गरिव आ मजदुरके वितरण केलैथ।अखनके जरुरतके सामग्री  पी पी ई सेहो उपलब्ध करारहल छथि।उदारवादी सोचके मिश्र अगामि दिनमे सेहो बहुत रास परोपकारी काज सभ करैत अायल छ‌थि।बेटीके विवाहमे सहयोग करमे मिश्र सदैब तत्पर रहैछथि। किनको आँखि सँ नोर खसैत देख नहि सकबाला मिश्र सहयोग लेब आबबाला सबके आँखिमे खुशी दक पठबै छथि।

पैसा त कमायके छैहे। एहन संवेदनशील समयमे भुखलके पेटभरमे सहयोग करब पैघ धर्म छ‌ै विचार राखबाला मिश्रके राहत स्वरुप भोजन कराबमे आनन्दके अनुभुति होइछन्हि ।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here