विनाेद कुमार ।
बैरगनिया, १४ अप्रिल । काेराेना संक्रमण को लेकर भारतीय व्यक्ति की मौत के बाद नेपाल से एम्बुलेंस से उसके शव को लेकर बैरगनिया बॉर्डर पहुँचे परिजन को एम्बुलेंस को भारतीय क्षेत्र में प्रवेश की अनुमति नहीं मिलने पर बैरंग नेपाल लौटना पड़ा है।मिली जानकारी के अनुसार पूर्वी चंपारण के पकड़ीदयाल थाना क्षेत्र के हरनाथा निवासी रफीक के पुत्र मुस्तफा जो नेपाल के कपिलवस्तु बारगंगा नगरपालिका वार्ड-४ स्थित पावरोटी फैक्ट्री में अपने भाई व परिजन के साथ काम कर रहा था।अचानक उसकी तबियत खराब होने के पश्चात इलाज के दौरान सोमवार को वही उसकी मौत हो गयी।घटना के बाद मृतक का छोटा भाई मुन्ना हक अपने अन्य ४ सहयोगी के साथ नेपाली एम्बुलेंस लू १ च-६२६२ से शव लेकर रौतहट नेपाल के गौर भंसार होकर भारतीय बॉर्डर के पास सोमवार की रात करीब ११ बजे पहुँच गया,परंतु एसएसबी जवानों ने उसे भारतीय क्षेत्र में प्रवेश रोक दिया।मंगलवार की सुबह असिस्टेंट कमांडेंट अनुराग बॉर्डर पर पहुँचकर मृतक के परिजन से वार्ता कर उसकी समुचित जानकारी वरीय अधिकारी को दी।कोरोना संक्रमण को लेकर एम्बुलेंस को भारतीय क्षेत्र में प्रवेश की अनुमति नही दी गयी हालांकि एसएसबी जवानों ने मृतक के परिजनों को बिस्कुट,पानी आदि की सेवा प्रदान की ततपश्चात शव को लेकर परिजन उक्त एम्बुलेंस से ही बैरंग लौट गए हालांकि नेपाल पुलिस,प्रशासन उसे नेपाल में भी लौटने नहीं दे रहे थे लेकिन काफी मशक्कत के बाद बैरंग लौटने की अनुमति मिल गयी है।